Originally posted by: Manasi_16
Achcha ek bahut out of the blue sawaal pooch rahi hoon...do any of you do chanting?
I've heard many benefits of meditation and chanting...wanted to get a first hand account.
Meditation I do on n off but have not been able to form a habit
And if you'll do chanting, what amd how do you chant?
वैसे मन जो संकल्प ले उसे सिद्ध करने के साधन को मंत्र कहते है।😆
मैं वैसे प्राणायाम करती हु पर कुछ दुष्ट लोगों ने बाह्य−कुम्भक को हटाकर प्राणायाम को आसान बना दिया था । कष्ट बाह्य−कुम्भक में ही होता है ।😔 बिना कष्ट वाली “तपस्या” चाहते हैं। मंत्र भी गायब करदिया पर मैं पूरा करती हु मंत्र के साथ। योग का जो मूल ग्रंथ हैं महर्षि पतंजलि का 'योगसूत्र' उसमे मिलेगी पूरी प्रक्रिया मंत्र के साथ।😳
अब रही बात कोनसा मंत्र जपना चाहिए तो मंत्र वही श्रेष्ठ है जो मन को भाए। बहुत सारे लोग गायत्री और सावित्री मंत्र जपते हैं। इन दोनों पे सबका अधिकार है जिनका यज्ञोपवीत संस्कार हो चुका हैं। और महिलाओं को गायत्री मंत्र नही जपना चाहिए। जिनका यज्ञोपवीत संस्कार नहीं हुआ उनके लिये पौराणिक मन्त्र और स्तोत्र आदि हैं । अब अगर अपनी मनमानी करेंगे तो नुकसान ही होगा।
(अब ये मत बोलना महिलाओं के साथ भेद भाव किया जा रहा हैं।)🤪
वेदमन्त्र के पाठ द्वारा जो कुछ भी लाभ सम्भव है वही लाभ अपने इष्ट मन्त्र द्वारा भी पा सकते हैं । अब जैसे मेरी आस्था या मेरा चित्त कृष्ण जी❤️ की तरफ आकृष्ट (attract) होता है तो मैं उनका भजन करती हु। वही है न आज कल किसी को अपने कुल देवी या कुल देवता कहा पता है तो बस जिसके प्रति स्वाभाविक रूप से आस्था हो उनको इष्टदेव मान लो और उनका मंत्र जपो।मन्त्र की सिद्धि हो रही है वा नहीं यह स्वतः पता चल जाता है ।😃
और ऐसे करना चाहिए की किसी को सुनाई न दे मतलब मानसिक जाप।
वैसे मेरी मम्मी ने मुझे 21 रुद्राक्ष की माला दी हैं पर मैं अभी मैं आदत मे नही डाल पाई हु।
Edited by BossLady - 2 years ago
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